कुम्भ मासिक राशिफल - नवम्बर का कुम्भ राशिफल

नवम्बर, 2024

सामान्य जीवन

वर्ष के प्रारम्भ में आप अपनी सेहत का विशेष ख़याल रखें। खर्च की अधिकता रहेगी। किसी वाद-विवाद के कारण या किसी नुकसान के कारण धन अधिक खर्च होने की सम्भावना बन रही है। किसी करीबी से धोखा मिल सकता है, अतः आँख बंद करके किसी पर विश्वास ना करें। अपना धन किसी को उधार ना दें या अगर किसी विषम परिस्थिति में देना पड़े तो उसे जल्दी वापस मिलने की उम्मीद ना रखें। इस माह शिक्षा-प्रतियोगिता में सफलता का योग है तथा संतान की ओर से मन प्रसन्न रहेगा। धन प्राप्ति के लिए विशेष प्रयास करने पड़ेंगे। यदि मधुमेह या थायरॉयड की समस्या है तो विशेष ख़याल रखें। यात्रा से पहले अपने वाहन को भली-भाँति जाँच लें अन्यथा रास्ते में परेशानी हो सकती है।

व्यक्तित्व और स्वास्थ्य

अष्टम राहु और लग्नेश शत्रु राशि में, अतः यदि सूर्य, चन्द्रमा या गुरु की दशा चल रही हो तो स्वास्थ्य के प्रति बेहद सतर्क रहें।

पारिवारिक जीवन

कुम्भ राशि वालों के लिए यह पूरा वर्ष ही कुछ प्रतिकूल रहने की ओर संकेत कर रहा है। वैसे तो परिवार के सदस्य आपके साथ रहेंगे परन्तु आर्थिक-सामाजिक स्थिति और स्वास्थ्य के प्रतिकूल रहने से सुख की अनुभूति कुछ कम ही रहेगी। आपके जो करीबी लोग हैं या यूँ कहूँ कि करीबी बनने का दिखवा करते हैं वे सिर्फ किसी अवसर की तलाश में हैं कि कब आपसे कोई गलती या लापरवाही हो और वे उसका फायदा उठा सकें। विशेषकर आपको इस माह सलाह है कि आँख बंद करके किसी पर भी भरोसा ना करें क्योंकि धोखा मिल सकता है। चोरी या किसी चीज के नुक्सान होने से धन खर्च की संभावना बन रही है। वैसे तो वाद-विवाद से सभी को ही दूर रहना चाहिए परन्तु आपके लिए विशेष सलाह है कि आप वाद-विवाद से दूरी बनाये रखें अन्यथा किसी बड़ी समस्या में फंस सकते है और इस कारण भी धन हानि होगी। वैसे इस समय संतान के कारण मन प्रसन्न होगा और जो लोग किसी शिक्षा या प्रतियोगिता की तैयारी कर रहे हैं या उसमे भाग लेने जा रहे हैं उनके लिए सफलता का बेहतर योग है।

धन और वित्त

यह समय नौकरी करने वालों के लिए तो बेहतर है परन्तु व्यापार करने वालों के लिए यह अत्यंत ही प्रतिकूल है। कार्य स्थल पर धोखा या चोरी होने से हानि का योग बना हुआ है। अधिक मूल्य का सामान उधार देना या धन कर्ज स्वरूप देना उचित नहीं होगा क्योंकि इसके मिलने की सम्भवना बहुत कम रहेगी।

सावधानी एवं उपचार

शाम के समय पीपल के पेड़ के निचे या किसी शिवालय में शनि देव के निमित्त सरसों के तेल का दीपक जलाएं। कुष्ठ रोगियों को भोजन कराएं।