वैदिक ज्योतिष में शुक्र भौतिक सुख-सुविधा, प्रेम, विवाह एवं कला आदि का कारक है। शुक्र के शुभ प्रभाव से भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है। यह वृषभ एवं तुला राशि का स्वामी होता है। वहीं बुध एवं शनि इसके मित्र ग्रह हैं।
शुक्र ग्रह शनिवार, 30 अक्टूबर, 2021 को शाम को 3 बजकर 56 मिनट पर धनु राशि में गोचर करेगा और 8 दिसंबर 2021 को दोपहर 12 बजकर 56 मिनट पर मकर राशि में प्रवेश कर जाएगा। आइए जानते हैं शुक्र के इस गोचर का सभी 12 राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
शुक्र ग्रह आपकी राशि से नवम भाव में गोचर करेगा। इस दौरान आपको व्यवसाय में साझेदारी से अच्छा मुनाफ़ा मिलने की संभावना है अथवा जीवनसाथी की मदद से आपको लाभ प्राप्त होने के शुभ योग हैं। गोचर की अवधि में आपको जीवनसाथी का हर क़दम पर सहयोग प्राप्त होगा। आर्थिक क्षेत्र में सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे और आपको इसमें बड़े लाभ की संभावना है। इसके अलावा धार्मिक क्रियाओं में आपका झुकाव बढ़ेगा। दान-पुण्य करने से आपको आत्म संतुष्टि का अनुभव होगा। वहीं सामाजिक जीवन में आपकी ख्याति बढ़ेगी। सरकार की ओर से आपको किसी प्रकार का लाभ मिल सकता है। घर में किसी तरह का धार्मिक कार्य के होने की संभावना है। साथ ही गोचर के दौरान आप किसी लंबी यात्रा पर भी जा सकते हैं और यह यात्रा आपके लिए लाभकारी रहेगी। दोस्तों के साथ आप आनंद के पल बिताएंगे।
शुक्र आपकी राशि से अष्टम भाव में प्रवेश करेगा। इस कारण आपको स्वास्थ्य संबंधी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। जैसे- इस दौरान आप किसी रोग से पीड़ित हो सकते हैं। अच्छा यही रहेगा कि आप अपनी सेहत का ख़्याल रखें। शुक्र के प्रभाव से काम-वासना और भौतिक सुख-सुविधाओं के प्रति आपका मोह बढ़ सकता है। गोचर की अवधि में आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी जिससे आप अपना पुराना लोन अथवा उधार चुका सकते हैं। गोचर के दौरान आपकी ससुराल पक्ष के लोगों से मुलाकात संभव है। जीवनसाथी की सेहत का ख्याल रखें। उनकी सेहत में गिरावट होने की संभावना है।
शुक्र आपकी राशि से सप्तम भाव में संचरण करेगा। गोचर के प्रभाव से आप अपने जीवनसाथी के प्रति अधिक रोमांटिक दिखेंगे। हालाँकि दोनों के बीच किसी तरह का मतभेद भी संभव है। ऐसी स्थिति में मतभेद को दूर करने का प्रयास करें। गोचर के दौरान आपके विदेश जाने के योग बन रहे हैं। वहीं अविवाहित जातकों के परिणय सूत्र में बंधने के योग हैं। इस बीच अपनी सेहत का भी ध्यान रखें, क्योंकि गोचर के दौरान आपकी सेहत कमज़ोर रह सकती है। इसके अलावा जीवनसाथी की भी सेहत का ख़्याल रखें। वहीं जो जातक प्यार की नाव में सवार हैं तो प्रेम के प्रति उनका जुनून बढ़ेगा। हालाँकि प्रेम की अति आपकी छवि को खराब कर सकती है, लिहाज़ा इस पर ध्यान दें।
शुक्र आपकी राशि से षष्ठम भाव में प्रवेश करेगा। यह अवधि आपके लिए चुनौतीपूर्ण रह सकती है। इस दौरान प्रॉपर्टी को लेकर विवाद हो सकता है। इसके अलावा आपके कामों में किसी तरह की रुकावट संभव है। ऐसे में निराश न हो, बल्कि संयम के साथ अपना काम करें। महिलाओं से रिश्तों में खटास न आने दें। उनका हमेशा सम्मान करें। वहीं गोचर की अवधि में शत्रुओं की चाल से सावधान रहें। इस दौरान शत्रु पक्ष आपसे शक्तिशाली होगा। गोचर के दौरान आपको स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है इसलिए अपनी सेहत का भी भरपूर ख़्याल रखें। व्यापार में अपने पार्टनर अथवा लाइफ़ पार्टनर के साथ आपका मतभेद हो सकता है। इन मतभेदों को तुरंत दूर करने का प्रयास करें। गोचर की अवधि में आपके ख़र्चों में वृद्धि संभव है इसलिए बचत पर भी ध्यान दें।
शुक्र आपकी राशि से पंचम भाव में गोचर करेगा। गोचर की यह स्थिति आपके लिए शुभ रहेगी। किसी के साथ आपके नए रिश्ते का आगाज़ हो सकता है। इसके अलावा प्रेम के लिए परिस्थितियाँ अनुकूल होंगी। आप अपने प्रियतम से अपने दिल की बात साझा करेंगे। प्यार के मामलों में यह गोचर आपके लिए मददगार साबित होगा। इस अवधि में बच्चे भी चुस्त-दुरुस्त रहेंगे और बच्चों के प्रति आपका प्यार बढ़ेगा। कलात्मक कार्यों में आपकी रुचि बढ़ेगी। शुक्र के प्रभाव से आपको धन लाभ भी संभव है।
आपकी राशि से शुक्र चतुर्थ भाव में जाएगा। गोचर की यह स्थिति आपके लिए बहुत अनुकूल है। आपके पारिवारिक एवं निजी जीवन में ख़ुशियों का आगमन होगा। परिजनों के बीच सामंजस्य की स्थिति देखने को मिलेगी। घर के नवनिर्माण अथवा साज-सज्जा पर आप धन ख़र्च कर सकते हैं। इसके अलावा इस अवधि में आप नया वाहन अथवा किसी अन्य प्रकार की संपत्ति ख़रीद सकते हैं। जैसा कि यह गोचर आपके लिए शुभ परिणाम का कारक है इसलिए इस दौरान आपको मानसिक ख़ुशी का आभास होगा।
शुक्र आपकी राशि से तृतीय भाव में गोचर करेगा। शुक्र की यह स्थिति आपके लिए सकारात्मक है। इस दौरान लक्ष्य की प्राप्ति के लिए आप कटिबद्ध रहेंगे। आपकी संवाद शैली में निखार आएगा और भाई-बहनों के प्रति आपका प्रेम बढ़ेगा। वहीं सोसायटी में आपके दोस्तों की संख्या में वृद्धि होगी। अनचाही यात्रा भी आपके योग में है। आपके स्वभाव में उदारता एवं धार्मिक रुझान देखा जा सकता है। इस बीच अपनी सेहत पर ध्यान दें। कार्यक्षेत्र में अधीनस्थ कर्मियों से आपके अच्छे रिश्ते स्थापित होंगे।
आपकी राशि से शुक्र द्वितीय भाव में प्रवेश करेगा। शुक्र ग्रह की यह स्थिति आपके लिए अच्छी है। इस अवधि में आपको व्यवसाय में साझेदारी से अच्छा मुनाफ़ा मिलेगा अथवा जीवनसाथी की मदद से आपको लाभ प्राप्त होने के शुभ योग हैं। घर में शादी-विवाह, बच्चे का जन्म अथवा कोई धार्मिक कार्य हो सकता है। आपकी भाषा में मिठास घुलेगी जिससे आप दूसरों को प्रभावित करने में सक्षम रहेंगे। घर में सुख-शांति का वातावरण देखने को मिलेगा। विदेश संबंधों मे भी आपको लाभ मिलने के योग बन रहे हैं।
शुक्र आपकी राशि में संचरण करेगा और यह आपके प्रथम भाव में स्थित होगा। इस दौरान आपको तमाम क्षेत्रों में मिले-जुले परिणाम प्राप्त होंगे। आपको स्वास्थ्य संबंधी परेशान हो सकती है इसलिए अपनी सेहत पर ध्यान दें। इस अवधि में आपको आर्थिक लाभ होने की प्रबल संभावना है। दोस्तों के साथ आप समय का आनंद लेंगे और आपके मन में नए विचार आएंगे। वहीं अपने दुश्मनों पर हावी रहेंगे। व्यापार में वृद्धि होने की संभावना है।
शुक्र आपकी राशि से द्वादश भाव में गोचर करेगा। इस दौरान छात्र अपनी उच्च शिक्षा हेतु विदेश जा सकते हैं। प्रोफ़ेशनल क्षेत्र से जुड़े अथवा व्यवसाय करने वाले जातकों के भी विदेशगमन के योग हैं। इस अवधि में आपके ख़र्च में अधिक वृद्धि की संभावना है इसलिए पैसों को संभालकर ख़र्च करें। इसके विपरीत आपकी आमदनी में भी वृद्धि होगी। वहीं भौतिक-सुख सुविधाओं का आप आनंद लेंगे। आपको धन हानि भी संभव है।
शुक्र आपकी राशि से एकादश भाव में गोचर करेगा। शुक्र की यह स्थिति आपके लिए शुभ रहेगी। इस दौरान आपकी आमदनी में वृद्धि होने की संभावना है। विभिन्न स्रोतों से भी आपको लाभ प्राप्ति के योग हैं। प्रेम के मामलों में आपको सकारात्मक परिणाम मिलेंगे और दोस्तों, परिजनों और प्रियतम का साथ पाकर आप ख़ूब मौज-मस्ती करेंगे। आपके सामाजिक स्तर में भी वृद्धि होगी। समाज में आपका मान-सम्मान बढ़ेगा। किसी के साथ आपकी गहरी दोस्ती हो सकती है और दोस्तों से आपको हर संभव मदद मिलती रहेगी।
शुक्र आपकी राशि से दशम भाव में गोचर करेगा। इस दौरान आपको मिश्रित परिणामों की प्राप्ति होगी। करियर में आपको उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। ग़लत व्यवहार के कारण आपकी मानहानि हो सकती है। इस अवधि में आपके दुश्मनों की ताक़त बढ़ेगी। भाई-बहनों और महिलाओं के साथ आपका विवाद हो सकता है इसलिए इनके साथ सभ्य व्यवहार करें।